



धनबाद जिले के बैंक मोड़ थाना औ हरिहरपुर थाना क्षेत्र में उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई जब स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि होली चाइल्ड स्कूल, पुराना बाजार, गोमो के प्रिंसिपल चिन्मय चौधरी ने पैगंबर हजरत मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में जानबूझकर आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणी अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर साझा की। शिकायतकर्ताओं ने इसे हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच दंगा भड़काने की साजिश बताया है और संबंधित व्यक्ति पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को सौंपा आवेदन
भट्ठा मोहल्ला नया बाजार, धनबाद निवासी वारिस खान की अगुवाई में कई स्थानीय नागरिकों ने बैंक मोड़ थाना में शिकायती आवेदन दिया। आवेदन में कहा गया कि दिनांक 13 मार्च 2025 को चिन्मय चौधरी ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर इस्लाम के पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक और भड़काऊ बातें लिखीं। इसका उद्देश्य साफ तौर पर समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाएं आहत करना और शहर की सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ना था।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि चिन्मय चौधरी इससे पहले भी कई बार मुस्लिम समुदाय के विरुद्ध आपत्तिजनक और सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले स्टेटस डाल चुके हैं, लेकिन मुसलमानों ने धैर्य रखते हुए स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखा। इस बार होली और जुमा जैसे विशेष अवसर को चिन्मय चौधरी ने जानबूझकर चुना और अपमानजनक टिप्पणी साझा की, जिससे मुस्लिम समाज में भारी आक्रोश है।
आवेदन में चिन्मय चौधरी के व्हाट्सएप स्टेटस का स्क्रीनशॉट भी बतौर साक्ष्य संलग्न किया गया है। शिकायतकर्ताओं ने चेताया कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो क्षेत्र में शांति भंग हो सकती है।
हरिहरपुर थाना में भी दिया गया शिकायत पत्र
इसी क्रम में हरिहरपुर थाना, गोमो में भी स्थानीय निवासियों ने एक अलग आवेदन दर्ज कराया है। इसमें जीतपुर पंचायत के निवासी जबीर अली ने शिकायत दी कि चिन्मय चौधरी ने 13 मार्च को अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर जो सामग्री साझा की, वह धर्म विशेष को अपमानित करती है। इससे क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है। आवेदक ने कहा कि उनके मोबाइल पर उक्त स्टेटस किसी अन्य व्यक्ति द्वारा भेजा गया, जिसे देखने के बाद पूरे मुस्लिम समुदाय में नाराजगी फैल गई है।
शिकायत पत्र में उल्लेख है कि चिन्मय चौधरी पूर्व में भी इसी तरह के आपत्तिजनक स्टेटस लगाते रहे हैं। अब यह स्थिति और गंभीर हो गई है, क्योंकि किसी भी समय सांप्रदायिक तनाव भड़क सकता है। शिकायतकर्ताओं ने यह भी बताया कि चिन्मय चौधरी द्वारा लगातार की जा रही ऐसी गतिविधियां सामाजिक सौहार्द्र के लिए खतरा बन गई हैं।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
सूत्रों के अनुसार, हरिहरपुर थाना में शिकायत मिलने के बाद चिन्मय चौधरी के खिलाफ Hariharpur PS Case No. 08/2025, dt. 15-03-2025 को भारतीय न्याय संहिता की धारा 295, 196 BNS और 67 IT एक्ट 2000 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच इंस्पेक्टर अजीत कुमार भारती को सौंपी गई है। पुलिस प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और कानून पर भरोसा रखने की अपील की है।
सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया
मुस्लिम समाज से जुड़े कई संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। वारिस खान, मोहम्मद अनवर अली, मोहम्मद शाहलुद्दीन, दानिश अंसारी, गुलाम अनवर, और अन्य कई लोगों ने प्रशासन से तत्काल और सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन इस पर कड़ा रुख नहीं अपनाता है तो स्थिति बिगड़ सकती है।
पुलिस-प्रशासन की अपील
धनबाद के पुलिस अधीक्षक (SSP), उपायुक्त (DC) और डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर को भी इस मामले की सूचना दे दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दोषियों के खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई होगी और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
शांति बहाल रखने की अपील
धार्मिक नेताओं और बुद्धिजीवियों ने दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने वाली ऐसी घटनाओं से सावधान रहना होगा और आपसी भाईचारे को मजबूत करना होगा। प्रशासन ने कहा है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं और शहर की निगरानी बढ़ा दी गई है।
मुस्लिम समाज का हस्ताक्षर अभियान शुरू
इस घटना से आहत मुस्लिम समुदाय ने आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक हस्ताक्षर अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। यह अभियान 18 मार्च 2025, मंगलवार, दोपहर 1:30 बजे से मुस्कान कॉम्प्लेक्स, सुभाष चौक, नया बाजार धनबाद में चलाया जाएगा। आयोजकों का कहना है कि यह अभियान केवल मुस्लिम समुदाय तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हर धर्म और समुदाय के लोगों से इसमें शामिल होने और एकजुटता दिखाने की अपील की गई है।
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों वारिस खान, मोहम्मद अव्वान अली, मोहम्मद शहाबुद्दीन, दानिश अंसारी, गुलाम अनवर, मोहम्मद क्लाउसिन, मिन्कोज़ खान आदि ने कहा कि धर्म और आस्था पर हमले का विरोध पूरे समाज का कर्तव्य है। उनका कहना है कि अगर आज इस घटना पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो भविष्य में कोई भी किसी भी धर्म के खिलाफ इसी तरह की घिनौनी हरकत को अंजाम देने का दुस्साहस करेगा।
क्या है मामला?
शिकायत के अनुसार, 13 मार्च 2025 को चिन्मय चौधरी ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर ऐसी सामग्री साझा की, जो पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैही वसल्लम के विरुद्ध आपत्तिजनक और अपमानजनक मानी गई। इससे मुस्लिम समाज में गहरी नाराज़गी है। लोगों का कहना है कि जिस प्रकार से धर्म विशेष को लक्षित कर अभद्र टिप्पणियां की गई हैं, वह न केवल आस्था का अपमान है, बल्कि समाज में अशांति फैलाने का प्रयास भी है।
आगे क्या?
अब देखना यह होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करता है और आरोपी को कब तक गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया शुरू की जाती है। समुदाय के लोग कानून व्यवस्था पर भरोसा रखते हुए आरोपी को सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। इस मामले को लेकर अन्य धार्मिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की भी नजर बनी हुई है।
नोट: हस्ताक्षर अभियान 18 मार्च 2025 को 1:30 बजे मुस्कान कॉम्प्लेक्स, सुभाष चौक, नया बाजार धनबाद में शुरू होगा। सभी धर्म और समुदाय के लोगों से इसमें शामिल होने की अपील की गई है।
