



बोकारो विधायक श्वेता सिंह विवाद को लेकर मंगलवार को पूर्व विधायक बिरंची नारायण चास एसडीओ सह सहायक निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष उपस्थित हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि श्वेता सिंह ने नामांकन में कई तथ्य छिपाए हैं।
बिरंची नारायण ने दिए सबूत और दर्ज कराई शिकायत
पूर्व विधायक बिरंची नारायण ने चास अनुमंडल पदाधिकारी को सभी दस्तावेज, सबूत और शिकायत पत्र सौंपा। उनका कहना है कि विधायक श्वेता सिंह ने बीएसएल और एचएससीएल से आवंटित दो क्वार्टर की जानकारी नामांकन पत्र में नहीं दी, ना ही नो ड्यूज सर्टिफिकेट प्रस्तुत किया।
यह ऑफिस ऑफ प्रॉफिट का मामला है
नारायण ने कहा कि यह भारतीय संविधान की धारा 191(1) और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत ऑफिस ऑफ प्रॉफिट का स्पष्ट मामला है। इसमें सदस्यता रद्द होने का प्रावधान है। उन्होंने कार्रवाई की मांग की है।
विधायक की अनुपस्थिति और अगली सुनवाई
विधायक श्वेता सिंह खुद उपस्थित नहीं हुईं, उनके प्रतिनिधि पवन कुमार ने अगली सुनवाई के लिए समय मांगा।
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भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का समर्थन
बिरंची नारायण के समर्थन में भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता चास अनुमंडल कार्यालय पहुंचे जिनमें कमलेश राय, सुजीत चक्रवर्ती, सुभाष सिंह समेत कई नेता शामिल थे।
अब देखना यह होगा कि बोकारो विधायक श्वेता सिंह विवाद पर निर्वाचन आयोग की अगली कार्रवाई क्या होती है।
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