



हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के शुभ अवसर पर वासेपुर निवासी समाजसेवी मुख्तार खान और हाजी ज़मीर आरिफ ने सैकड़ों छठ व्रतियों को नए कपड़े, पूजन सामग्री और फल-फूल भेंट किए। व्रतियों ने इस नेक काम के लिए दोनों समाजसेवियों का आभार व्यक्त किया।
मुख्तार खान और हाजी ज़मीर आरिफ ने इस अवसर पर कहा, “छठ पूजा हमारे समाज की एकता और भाईचारे का प्रतीक है। हम सभी को एक साथ मिलकर इस पर्व को मनाना चाहिए।” उन्होंने सभी को छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए हिंदू-मुस्लिम एकता पर जोर दिया।
व्रतियों का उत्साह
व्रतियों ने इस अवसर पर बताया कि समाजसेवियों द्वारा दिए गए उपहारों से उनमें नया उत्साह और जोश भर गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्य से समाज में सकारात्मक माहौल बनता है।
समाज में सद्भाव का संदेश
यह कार्यक्रम समाज में सद्भाव और एकता का एक मजबूत संदेश देता है। यह दिखाता है कि धर्म और जाति के बावजूद लोग एक साथ मिलकर काम कर सकते हैं और एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं।
मुख्तार खान और हाजी ज़मीर आरिफ केवल छठ पूजा के अवसर पर ही नहीं, बल्कि वर्ष भर विभिन्न सामाजिक कार्यों में भी लगे रहते हैं। वे गरीबों, असहायों और जरूरतमंदों की मदद करते हैं।
छठ पूजा का महत्व
छठ पूजा बिहार और झारखंड में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है। इस त्योहार में सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है। छठ पूजा का धार्मिक महत्व के साथ-साथ सामाजिक महत्व भी है। यह त्योहार परिवार और समाज को एक साथ लाता है।
