



बाघमारा: चिटाही रामराज मंदिर के वार्षिकोत्सव पर आयोजित श्रीराम महायज्ञ की शुरुआत 4 फरवरी को कलश यात्रा के साथ हुई। इस भव्य आयोजन के मुख्य यजमान सांसद ढुल्लू महतो और उनकी धर्मपत्नी सावित्री देवी हैं। इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने के लिए बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो सहित सैकड़ों श्रद्धालु तन-मन-धन से लगे हुए हैं।
कलश यात्रा के साथ हुआ महायज्ञ का शुभारंभ
4 फरवरी को भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। शंख ध्वनि और वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच महिलाएं सिर पर कलश धारण कर पवित्र गंगा जल लाईं। इस यात्रा के साथ ही यज्ञ का विधिवत शुभारंभ हुआ। पूरे आयोजन स्थल को फूलों, ध्वजों और धार्मिक प्रतीकों से सजाया गया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का आगमन
महायज्ञ के तीसरे दिन, प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने चिटाही पहुंचकर आयोजन की पवित्रता को और बढ़ाया। वे सांसद ढुल्लू महतो के आवास पर पहुंचे, जहां उनका सांसद व उनके परिवार द्वारा भव्य स्वागत किया गया। श्री श्री रविशंकर ने इस दौरान सभी को आशीर्वाद दिया और कोयलांचल के लोगों की समृद्धि की कामना की।
“चिटाही धाम पावन हो गया है” – सांसद ढुल्लू महतो
सांसद ढुल्लू महतो ने इस अवसर पर कहा,
“श्री श्री रविशंकर जी के चिटाही आने से यह धाम पावन हो गया है। यह पूरे क्षेत्र के लिए सौभाग्य की बात है कि उन्होंने हमें आशीर्वाद दिया है।”
श्री श्री रविशंकर ने भी अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा,
“जहां भी जाता हूं, वहां अपनेपन का एहसास होता है। ऐसा लग रहा है जैसे मैं अपने घर आया हूं। सांसद जी ने श्रद्धा और भक्ति से मुझे आमंत्रित किया था, इसलिए मैं यहां पहुंचा हूं। हर किसी के मन में राम का वास होता है, और यही सच्ची भक्ति है।”
“यह धाम किसी कुंभ से कम नहीं” – श्री श्री रविशंकर
बाद में श्री श्री रविशंकर चिटाही धाम के मंच पर पहुंचे, जहां उन्होंने सबसे पहले “जय श्रीराम” के नारे लगाए। उन्होंने कहा,
“यह धाम बहुत भव्य और दिव्य है। यह किसी कुंभ से कम नहीं है। जहां भगवान का स्मरण किया जाता है, वहां कुंभ होता है। जब मिलकर भजन और कीर्तन होते हैं, समझ लीजिए स्वर्ग का द्वार खुल गया है।”
महायज्ञ में उमड़ रही भक्तों की भीड़
महायज्ञ में दूर-दूर से श्रद्धालु आ रहे हैं। प्रतिदिन हवन, भजन-कीर्तन, प्रवचन और राम कथा का आयोजन किया जा रहा है। संत-महात्माओं का आगमन हो रहा है, जो भक्तों को अध्यात्मिक ज्ञान और राम भक्ति का संदेश दे रहे हैं।
महाकुंभ पर राजनीति के सवाल पर बोले श्री श्री रविशंकर
जब महाकुंभ में हो रही राजनीति पर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,
“राजनीति अपनी जगह है, लेकिन हमें वहां हो रहे अध्यात्म को देखना चाहिए। धर्म और राजनीति को अलग रखना ही उचित है।”
रामराज मंदिर का महत्व और आयोजन का उद्देश्य
चिटाही रामराज मंदिर आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। हर साल इस महायज्ञ का आयोजन किया जाता है ताकि धर्म, भक्ति और संस्कारों का प्रसार हो। इस बार के आयोजन को अधिक भव्य और दिव्य रूप दिया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त हो रहा है।
समापन समारोह की भव्य तैयारी
महायज्ञ का समापन भव्य रूप से होने जा रहा है। इसमें विशाल भंडारा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रवचन होंगे। हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। इस आयोजन को सफल बनाने में स्थानीय प्रशासन, सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवकों का विशेष योगदान है।
