वासेपुर का आतंकी कनेक्शन उजागर, एटीएस की बड़ी कार्रवाई — 6 संदिग्ध हिरासत में

झारखंड एटीएस ने 15 ठिकानों पर एकसाथ मारी रेड, भारी मात्रा में हथियार और आपत्तिजनक सामग्री बरामद

धनबाद के वासेपुर क्षेत्र से एक चौंकाने वाला आतंकी कनेक्शन सामने आया है। गुप्त सूचना के आधार पर झारखंड एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने शुक्रवार को वासेपुर और आसपास के इलाकों में एक बड़ी छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान छह संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया गया है।

झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा के नेतृत्व में चलाए गए इस ऑपरेशन में वासेपुर के नूरी मस्जिद क्षेत्र सहित कुल 15 स्थानों पर एकसाथ छापेमारी की गई। कार्रवाई के दौरान दो उच्च गुणवत्ता वाले पिस्तौल, कारतूस, भारी मात्रा में प्रतिबंधित लिटरेचर, और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद किए गए हैं।

वासेपुर से आतंक के जाल की पड़ताल

सूत्रों के मुताबिक, हिरासत में लिए गए युवक डार्क वेब के माध्यम से एक संदिग्ध आतंकी संगठन के संपर्क में थे। शुरुआती जांच में कई आपत्तिजनक डिजिटल दस्तावेज और विदेशी नेटवर्क से बातचीत के साक्ष्य मिले हैं। एटीएस टीम सभी बरामद गैजेट्स — लैपटॉप, मोबाइल, पेन ड्राइव और हार्ड डिस्क — की फोरेंसिक जांच करवा रही है।

एसपी ऋषभ झा ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा,
“प्राथमिक जांच में कई अहम सुराग मिले हैं। हिरासत में लिए गए युवकों से गहन पूछताछ की जा रही है। यदि जरूरत पड़ी तो राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को भी इस जांच में शामिल किया जा सकता है।”

वासेपुर के पुराने काले इतिहास की पुनरावृत्ति?

ध्यान देने योग्य है कि वासेपुर क्षेत्र पहले भी गैंगवार, अवैध कोयला कारोबार, और हथियार तस्करी जैसी गतिविधियों के कारण बदनाम रहा है। लेकिन इस बार सामने आया आतंकवादी कनेक्शन स्थानीय और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गया है।

एटीएस अधिकारियों का कहना है कि यह छापेमारी एक लंबे समय से चल रही निगरानी और विश्लेषण के बाद की गई है। पकड़े गए संदिग्धों के पास से जो दस्तावेज और डिजिटल सामग्री मिली है, वह राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता की ओर इशारा करती है।

सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम, पूरे क्षेत्र में हलचल

छापेमारी के दौरान वासेपुर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। पूरे इलाके में तलाशी अभियान अब भी जारी है। स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि नेटवर्क की गहराई तक पहुंचा जा सके।

आगे की कार्रवाई

हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ के आधार पर एटीएस ने संकेत दिया है कि और भी गिरफ्तारियां संभव हैं। साथ ही विदेशी फंडिंग और नेटवर्क के तार कहां तक जुड़े हैं, इसकी जांच के लिए केंद्रीय एजेंसियों से सहयोग लिया जा सकता है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
यह सिर्फ वासेपुर की बात नहीं है, बल्कि इससे देशभर में मौजूद आतंकी मॉड्यूल के नेटवर्क की एक बड़ी कड़ी जुड़ती दिख रही है। समय रहते कार्रवाई न की जाती, तो बड़े खतरे की संभावना थी।

वासेपुर में सामने आया यह आतंकी नेटवर्क न केवल धनबाद बल्कि पूरे झारखंड और देश के लिए एक गंभीर चेतावनी है। इस ऑपरेशन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर कोई ढिलाई घातक हो सकती है। एटीएस की सतर्कता ने एक बड़े खतरे को समय रहते उजागर कर लिया है, लेकिन अब ज़रूरत है इस पूरे नेटवर्क की जड़ों तक पहुँचने और हर संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर बनाए रखने की।

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Author: The Mirchi News

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