धनबाद में बाउंड्री वॉल निर्माण को लेकर बवाल: ग्रामीणों और प्रशासन के बीच तीखी नोकझोंक, मौके पर भारी पुलिस बल तैनात

धनबाद – एसएनएमएमसीएच (शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) के समीप कोचाकुली बस्ती में उस समय तनाव का माहौल बन गया, जब प्रशासन की टीम सड़क के मुहाने को बंद करने के लिए पहुंची। जैसे ही निर्माण कार्य शुरू हुआ, स्थानीय ग्रामीण और दुकानदार भड़क उठे। उन्होंने जोरदार विरोध करते हुए काम रुकवाने की कोशिश की, लेकिन भारी संख्या में तैनात पुलिस बल के सामने वे सफल नहीं हो सके।

क्या है विवाद?

प्रशासन की ओर से बताया गया है कि यह बाउंड्री वॉल एसएनएमएमसीएच अस्पताल और वहां पढ़ने वाले छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाई जा रही है। सुरक्षा कारणों से सड़क के मुहाने को बंद कर बाउंड्री वॉल खड़ी की जा रही है, ताकि बाहरी गतिविधियों पर नियंत्रण हो सके और अस्पताल परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

स्थानीयों में आक्रोश

स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि अस्पताल निर्माण के लिए उन्होंने अपनी जमीन दी थी, लेकिन अब तक न तो उन्हें मुआवजा मिला और न ही किसी प्रकार की नौकरी या नियोजन। उनका कहना है कि बाउंड्री वॉल बनने से न केवल उनका रोजगार छिन जाएगा, बल्कि आसपास के मरीजों को भी अस्पताल पहुंचने में परेशानी होगी। कई परिवारों की जीविका छोटी दुकानों और सड़क किनारे के व्यवसाय पर निर्भर थी, जो अब बंद होने की कगार पर हैं।

प्रशासन और ग्रामीणों में नोकझोंक

बाउंड्री वॉल निर्माण के विरोध में ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया, जिसके चलते प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन कुछ समय के लिए माहौल तनावपूर्ण रहा। मौके पर डीएसपी विधि व्यवस्था नौशाद आलम, धनबाद सीओ और प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट मौजूद रहे। उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया और शांति बनाए रखने की अपील की।

राजनीतिक समर्थन भी जुड़ा

घटना की जानकारी मिलते ही झामुमो नेत्री नीलम मिश्रा समेत कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों का समर्थन करते हुए बाउंड्री वॉल निर्माण कार्य का विरोध किया। नेत्री नीलम मिश्रा ने कहा कि जब तक स्थानीयों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता, तब तक इस तरह के निर्माण कार्यों को रोका जाना चाहिए।

स्थिति अब भी तनावपूर्ण

रास्ता बंद करने और बाउंड्री वॉल निर्माण का कार्य प्रशासन के निर्देशन में जारी है। हालांकि ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, जिससे किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। स्थानीयों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द सुनवाई नहीं हुई तो वे बड़े आंदोलन की राह पकड़ सकते हैं।

प्रशासन की दलील

प्रशासन का तर्क है कि यह कदम अस्पताल और छात्रों की सुरक्षा के लिए उठाया गया है। बाउंड्री वॉल से अवांछनीय गतिविधियों पर अंकुश लगेगा और मेडिकल कॉलेज का वातावरण सुरक्षित और अनुशासित रहेगा। प्रशासन का दावा है कि किसी भी प्रभावित परिवार को अनदेखा नहीं किया जाएगा और उचित कार्रवाई के लिए आगे विचार किया जा रहा है।

कोचाकुली बस्ती में उभरा यह विवाद केवल सुरक्षा बनाम रोज़गार का मामला नहीं है, बल्कि यह स्थानीय जनता और प्रशासन के बीच संवादहीनता का भी प्रतीक बनता जा रहा है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस गतिरोध को कैसे सुलझाता है और क्या स्थानीयों की नाराज़गी शांत हो पाती है या मामला और गहराता है।

The Mirchi News
Author: The Mirchi News

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