



झरिया: सेल की बंद जीतपुर कोलियरी में खदान के अंदर रखी सामग्री के उठाव को लेकर शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता श्रमिक संघ के बैनर तले जमकर हंगामा हुआ। खदान के मुख्य द्वार पर बड़ी संख्या में जुटे मजदूरों ने प्रबंधक के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और कार्यस्थल पर जाने से इनकार कर दिया।
शाखा सचिव रंजीत यादव ने आरोप लगाया कि प्रबंधन मजदूरों को जबरन खदान के अंदर भेजकर सामग्री उठवाने की कोशिश कर रहा है, जबकि मजदूर इसके लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा, “बिना यूनियन से वार्ता के खदान के अंदर से एक भी सामान नहीं उठाने दिया जाएगा। अगर सारा सामान बाहर निकाल लिया गया, तो यह कोलियरी कभी चालू नहीं हो सकेगी। यह प्रबंधन की सोची-समझी साजिश है।”
रंजीत यादव ने यह भी बताया कि इस मुद्दे पर पहले झरिया सीओ से वार्ता हो चुकी है और उन्हें यह आश्वासन दिया गया था कि यूनियन की सहमति के बिना कोई सामग्री नहीं हटाई जाएगी।
विवाद बढ़ने पर मजदूरों के साथ अवधेश यादव, पूर्व मंत्री आबो देवी, गुड़ु यादव और संजय थापा जोरपोखर थाना पहुँचे और उप महाप्रबंधक मनीष कुमार सिंह के खिलाफ लिखित शिकायत दी, जिसमें जबरन काम कराने का आरोप लगाया गया।
इस पूरे मामले पर उप महाप्रबंधक मनीष कुमार सिंह ने कहा, “कोलियरी को डीजीएमएस की अनुमति के बाद बंद किया गया है। अगर दोबारा डीजीएमएस से मंजूरी मिलती है तो कोलियरी चालू करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। मजदूर अपनी मर्जी से खदान में गए थे, उन्हें जबरदस्ती नहीं भेजा गया है।”
स्थिति को देखते हुए प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग की जा रही है ताकि मामला शांतिपूर्वक सुलझाया जा सके।
