



RIMS लिफ्ट हादसा में बच्चों को एक घंटे बाद निकाला गया
घटना के दौरान कई बार लिफ्ट ऑपरेटर और इमरजेंसी नंबरों पर कॉल किया गया, लेकिन मदद समय पर नहीं मिल सकी। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद टेक्नीशियन ने बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। इस RIMS लिफ्ट हादसा के बाद रिम्स प्रबंधन ने मेंटेनेंस कंपनी को नोटिस जारी किया है।
रिम्स रांची की लापरवाही का एक और उदाहरण
बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र से आए इन बच्चों को चिल्ड्रेन वार्ड में भर्ती होना था। लिफ्ट के अंदर जाते समय एक बच्चे का हिस्सा दरवाजे के बाहर रह गया और सेंसर काम नहीं करने की वजह से दरवाजा बंद हो गया। अगर सेंसर एक्टिव होता तो यह RIMS लिफ्ट हादसा टल सकता था।
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प्रबंधन की लिफ्ट चकाचक, मरीजों की जर्जर
रिम्स के पुराने भवन में दर्जनों लिफ्ट लगी हैं, जिनमें से अधिकांश खराब हालत में हैं। इससे पहले एमसीआई की टीम भी लिफ्ट में फंस चुकी है। प्रबंधन और डॉक्टर्स के लिए लगी लिफ्टें पूरी तरह ठीक हैं, जबकि मरीजों के लिए लगी लिफ्टें जर्जर हैं।
द मिर्ची न्यूज़: इस घटना ने एक बार फिर अस्पताल की लापरवाह व्यवस्था को उजागर किया है। ऐसे हादसे न हों, इसके लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है।
