



धनबाद के गोंन्दुडीह ओपी क्षेत्र में रहने वाले 22 वर्षीय दिलीप रवानी ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है। दिलीप रात 10 बजे के करीब अपने कमरे में सोने चला गया था। फिर सुबह, जब उनके पिता संजय रवानी ने मंदिर जाने के लिए दरवाज़ा खोलने की कोशिश की तो वह दरवाज़ा नहीं खोल पाए। बाद में खिड़की से अंदर की ओर देखने पर, उन्होंने देखा कि दिलीप फांसी के फंदे पर झूल रहा है।
इसके बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घर के एलवेस्टर सीट तोड़कर अंदर प्रवेश किया और घर के दरवाज़े को खोला। इसके बाद घर में मातम का माहौल बन गया।
दिलीप दिल्ली में एक निजी कंपनी में काम करता था और वह दो तिन दिनों में दिल्ली वापस जाने वाला था। फांसी लगाने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन आस पास के लोगों ने बताया है कि दिलीप के प्रेम प्रसंग में असफलता के बाद उन्होंने ऐसा कदम उठाया होगा।
इस घटना की सूचना मिलते ही, वार्ड 14 के पूर्व पार्षद निसार आलम ने परिवार को संत्वना दी और गोंनडुडीह ओपी पुलिस को सूचना दी। उसके बाद पुलिस लगभग दो घंटे बाद मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
