



झारखंड में कोरोना केस धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं, जिससे राज्य सरकार अलर्ट हो गई है। कोविड-19 के नए JN.1 वेरिएंट के मामलों को देखते हुए रैंडम टेस्टिंग और निगरानी की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। सभी जिलों को विशेष निर्देश जारी किए गए हैं ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
झारखंड में कोरोना केस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने सभी डीसी और सिविल सर्जनों को निर्देश दिए हैं कि ओपीडी और आईपीडी में आने वाले आईएलआई (ILI) और एसएआरआई (SARI) मामलों की रोजाना रिपोर्टिंग की जाए। सरकार हालात पर लगातार नजर रख रही है।
हर दिन की जाएगी सैंपल जांच
कोविड-19 के सभी पॉजिटिव नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने का निर्देश है ताकि नए वेरिएंट की पहचान समय रहते हो सके। रिम्स समेत अन्य अस्पतालों को तैयार रखा गया है।
इसे भी पढ़ें:-
भारत में कोरोना के 363 नए केस, 2 की मौत
सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अनिवार्य
स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पताल परिसरों, स्वास्थ्य केंद्रों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
झारखंड में कोरोना केस के लिए अलर्ट मोड पर सभी अधिकारी
सभी जिलों के उपायुक्त, सिविल सर्जन और अस्पताल प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश मिले हैं। रांची में अब तक पांच मामले सामने आए हैं।
रिम्स पूरी तरह तैयार, लेकिन अभी तक कोई सैंपल नहीं
रिम्स का जेनेटिक एंड जीनोमिक्स विभाग जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए तैयार है, लेकिन अभी तक वहां कोई सैंपल नहीं पहुंचा है।
झारखंड में कोरोना केस की संख्या पांच
राज्य में अब तक कुल पांच लोग संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि जमशेदपुर की एक महिला की रिपोर्ट आरटीपीसीआर में निगेटिव पाई गई।
संदिग्ध मरीजों की आरटीपीसीआर जांच जारी
रांची और आसपास के इलाकों में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। सोमवार को रिम्स में 5 संदिग्धों की जांच हुई, लेकिन संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई।
झारखंड में कोरोना केस को देखते हुए सरकार द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय हैं। आम जनता से अपील है कि सावधानी बरतें और स्वास्थ्य नियमों का पालन करें।
